मध्य प्रदेश

*अनुराग जैन ने मध्यप्रदेश के 35 वे मुख्य सचिव के रूप में पदभार ग्रहण*……. *…..विकसित मध्यप्रदेश के लिए टीम भावना के साथ कार्य करें : मुख्य सचिव अनुराग जैन……* *भारत सरकार के अधिकारियों से संपर्क कर प्रदेश के विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाएं*

 

 

*मुख्य सचिव जैन ने पदभार ग्रहण किया*

भोपाल। राज्य शासन के 35 वें मुख्य सचिव के रूप में 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री अनुराग जैन ने आज मंत्रालय में पदभार ग्रहण किया। मुख्य सचिव श्री जैन को वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्प-गुच्छ भेंट किए।
मुख्य सचिव श्री जैन का जन्म 11 अगस्त 1965 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ। भारतीय प्रशासनिक सेवा में जॉइनिंग के बाद श्री जैन की पहली पोस्टिंग सागर में सहायक कलेक्टर के पद पर जून 1990 में हुई। बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री जैन की शैक्षणिक योग्यता बी.टेक. इंजीनियरिंग एवं एम.ए.लोक प्रशासन (यू.एस.ए.) है।
मुख्य सचिव श्री जैन मंडला, मंदसौर, भोपाल जिलों में कलेक्टर के पद पर पदस्थ रहें। श्री जैन ने मध्यप्रदेश शासन में सचिव, प्रमुख सचिव, और अपर मुख्य सचिव के रूप में विभिन्न विभागों के दायित्वों का निर्वहन किया। मुख्य सचिव श्री जैन भारत सरकार में भी प्रतिनियुक्ति पर प्रमुख पदों पर पदस्थ रहे।

मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन से आयुक्त जनसंपर्क श्री सुदाम खाड़े ने मुलाकात कर पुष्पगुच्छ भेंट किया।

नवागत मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने पदभार ग्रहण करने के साथ गुरूवार को मंत्रालय में विकसित मध्यप्रदेश के रोडमैप को लेकर अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव एवं सचिवों के साथ पहली बैठक की। मुख्य सचिव श्री जैन ने बैठक में सभी अधिकारियों से टीम भावना के साथ कार्य करने की अपेक्षा की।

मुख्य सचिव श्री जैन ने अधिकारियों से कहा कि राज्य की आय बढ़ाने के लिए अन्य साधन एवं स्त्रोत भी तलाशें। श्री जैन ने अधिकारियों को अद्यतन तकनीकी एवं अपने सेक्टर में हो रहे नवाचारों से निरंतर अवगत रहने की जरूरत बतायी।

बैठक में उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश में केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की। साथ ही योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं और समाधान के उपायों को लेकर भी चर्चा की। श्री जैन ने कहा कि प्रदेश में योजना बनाने के पूर्व विस्तृत विचार-विमर्श किया जाये तथा शासन से निर्णय हो जाने पर उसका क्रियान्वयन बेहतर तरीके से किया जाये जिससे अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकें।

मुख्य सचिव श्री जैन ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश के विकास के लिए भारत सरकार के विभागीय अधिकारियों से सतत् संपर्क एवं समन्वय कर योजनाओं को आगे बढ़ाएं। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभागों का डाटा-बेस बनाने को कहा जिससे इसका मास्टर डाटाबेस बनाया जा सके।

बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मोहम्मद सुलेमान ने उद्यानिकी फसलों में प्र-संस्करण की पॉलिसी बनाने के संबंध में सुझाव दिये। अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने जल संसाधन और नर्मदा घाटी विकास विभाग की योजनाओं एवं क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी। अपर मुख्य सचिव श्री मलय श्रीवास्तव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास अंतर्गत गौशाला, ग्राम रोजगार सहायक की राशि, अपर मुख्य सचिव श्री एस.एन. मिश्रा ने गृह, जेल, परिवहन विभाग अंतर्गत डायल 100, पुलिस बैंड, लाउडस्पीकर नियंत्रण, जघन्य अपराधों की फोरेंसिक जांच, मध्यप्रदेश सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह अधिनियम, अपर मुख्य सचिव श्री अशोक बर्णवाल ने दो टाइगर रिजर्व एवं नए सेंचुरी पार्क, टाइगर मेनेजमेंट, अपर मुख्य सचिव श्री संजय दुबे ने विज्ञान प्रौद्योगिकी अंतर्गत डाटा सेंटर बनाने, सिंहस्थ 2028 की तैयारी, विभागीय कार्य आंवटन नियमों में परिवर्तन, प्रमुख सचिव श्री नीरज मण्डलोई ने पीएम आवास, स्वच्छ भारत मिशन, भोपाल-इंदौर मैट्रो, आत्मनिर्भर निकाय बनाने, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग एवं उद्यानिकी श्री अनुपम राजन ने पीएम उषा, प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, प्रमुख सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला ने पर्यटन विभाग अंतर्गत राम वन गमन पथ, श्री कृष्ण पाथेय, प्रमुख सचिव श्री राघवेन्द्र सिंह ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला ने जिला विकास पुस्तिका, डॉ. संजय गोयल ने शिक्षा विभाग अंतर्गत स्कूल यूनिफार्म, साइकिल, लैपटॉप, स्कूटी वितरण के बारे में जानकारी दी।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री के.सी.गुप्ता, श्रीमती स्मिता भारद्वाज, श्रीमती रश्मी अरूण शमी, प्रमुख सचिव श्रीमती दीपाली रस्तोगी, श्री अमित राठौर, श्री गुलशन बामरा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button