*विहार में दो महान संतों का हुआ मिलन, समाज में जाएगा अच्छा संदेश*
विहार में दो महान संतों का हुआ मिलन, समाज में जाएगा अच्छा संदेश
खिरकिया आज जहां संप्रदायवाद के वैमनस्य भरे माहौल में जब एक ही पंथ के लोग एक दूसरे से पहरेज करते नजर आते है ऐसे समय दो अलग अलग मान्यता वाले संतों का मिलन उन्हें ओर महान बनाता है जैन धर्म की दो पृथक पृथक मान्यता वाले श्वेतांबर और दिगम्बर महान संतों का मिलन यही संदेश दे रहा हे जानकारी देते हुए श्री श्वेतांबर जैन संघ खिरकिया के सचिव राजेश मेहता ने बताया घोर तपस्वी महात्मा, 50 से अधिक वर्ष से आडा आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, वचनसिध्दि धारक मौन साधक प,पु,गुरूदेव श्री शीतलराजजी म,सा,का डोगंरगढ़ छत्तीसगढ़ की ओर विहार से पूर्व दुर्ग की ओर विहार कर रहे प,पु,श्री आगम सागर जी महाराज जी का आत्मीय मिलन हुआ,,आपस में धर्मचर्चा हुई। श्री आगम सागर जी म,सा, ने कहा आप इस उम्र में भी पैदल विहार कर रहें है और बैतूल तक जा रहे है,,, प,पु,गुरूदेव के विहार की कुशलक्षेम पुछते हुऐ प्रन्नता व्यक्त की प,पु,गुरूदेव का पैदल विहार में स्वस्थ में साता मिले भवजल कटे,आत्मा बने बुलंद इन्हीं शुभ भावों को लिए विहार सेवा में जयपुर , इन्दौर , रायपुर , दुर्ग , बालाघाट के गुरु भक्त विहार में सेवा दे रहें है